90 WPM Hindi shorthand dictation for UPSSSC Steno

90 WPM Hindi shorthand dictation for UPSSSC

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90 शब्द प्रति मिनट की गति से यह शार्टहैण्ड डिक्टेशन उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग आशुलिपिक परीक्षा (UPSSSC  Steno) और High Court Steno/PA Exam Skill test के लिए उपयुक्त है.

आज के प्रगतिशील युुग में समाज में भिन्न-भिन्न विचारों के लोग हैं जो अपने उद्देश्यों और विचारों के अनुकूल ही अपना जीवन भी व्यतीत करना चाहते हैं और ऐसी सूरत में एक परिवार में सब लोगों का अथवा बहुत अधिक लोगों का साथ रहना असंभव है। आज लड़कियां घरों में रहती ही कहां हैं? आज रेल का जमाना है, हवाई जहाज का जमाना है और रोजगार की कमी है।

आज के प्रगतिशील युुग में समाज में भिन्न-भिन्न विचारों के लोग हैं जो अपने उद्देश्यों और विचारों के अनुकूल ही अपना जीवन भी व्यतीत करना चाहते हैं और ऐसी सूरत में एक परिवार में सब लोगों का अथवा बहुत अधिक लोगों का साथ रहना असंभव है। आज लड़कियां घरों में रहती ही कहां हैं? आज रेल का जमाना है, हवाई जहाज का जमाना है और रोजगार की कमी है। इन कठिन समस्याओं के ही कारण हम देखते हैं कि लड़के-लड़कियां धन कमाने जहां कहीं उनको रोज़गार या नौकरी मिलती है, चले जाते हैं और साथ में अपनी स्त्री अथवा पति को लेकर दूर-दूर चले जाते हैं। मैं तो समझती हूं कि जो पुराने परिवार और कुटुम्ब थे, वे हमेशा से ही एक लड़ाई और झगड़े की जड़ थे। यह सही बात है कि जहाँ पाँच बर्तन होते हैं, वहां खटकते अवश्य हैं और आज के युग में न तो माता पिता ही यह चाहते हैं कि वे सब कुटुम्ब में रहें और न बहू-बेटा ही चाहते हैं कि वे सब के साथ कुटुम्ब में रहें। इस तरह की भावना आज हर एक पढ़े लिखे शहरे के लड़के लड़कियों की हो गई है। अगर परिवार रह भी जाए तो आज जायदादें किस के पास रह जाएंगी जिनके बंट जाने का भय हो रहा है। आज देश में पूंजीवाद सीमित हो रहा है। फिर किसी एक व्यक्ति के पास इतना धन व जायदाद नहीं रहेगी जिसके सम्बन्ध में ये सारे समस्याएं रोज उपस्थित होंगी और खड़ी होंगी।

अगर कोई बहुत धन कमायेगा भी तो दूसरे उपायों से उससे उसको ले लिया जायेगा. जमींदारी का उन्मूलन तो हो ही गया है, कोई भी प्रापर्टी अगर चाहेगी तो अपने इच्छानुसार ले लेगी। यह बिल अभी इस सदन में हम पास कर चुके हैं तो फिर आपको अपनी बहन या लड़की को ही कुछ थोड़ा सा दे देने में क्या आपत्ति है? फिर भी यदि कोई चाहे कि यह न हो, वह कुल कमाया हुआ धन पुत्र को ही देना चाहे और अपनी लड़की को न देना चाहे तो इसके लिए भी इस बिल में प्रॉविजन है। वह चाहे तो विल कर सकता है और धन अपनी लड़की को न देकर अपने बेटे को ही दे सकता है। तब फिर इसमें क्या डर की बात है? यह कहना गलत है कि स्त्री धन की रक्षा नहीं कर सकती।

कुछ लोगों को जो इस बात का भय हो रहा है कि लड़की बाप की जायदाद में यह यदि कुछ भाग मिल गया तो समाज का तख्ता उलट हो जायेगा, पारिवारिक जीवन उलट जाएगा और भाई बहनों में प्रेम नहीं रहेगा और कलह बढ़ जाएगी तो मैं उन भाइयों से पूछना चाहूंगी आज जिन जातियों में बहनों को हक दिया जाता है, लड़कियों को पिता की प्रापर्टी में हिस्सा मिलता है तो क्या उनके वहां भाई बहनों में प्रेम भाव नहीं रहता।

480 शब्द

कठिन शब्द
  • प्रगतिशील
  • कुटुम्ब
  • कठिनाइयां 
  • हवाई जहाज
  • आपत्ति
  • तख्ता उलट

वाक्यांश
  • हो रहा है
  • हिस्सा मिलता है